Friday 6 April 2018

महक का जादू २

मैंने इसके पहले कभी अपने आपको भी इतना गौर से नहीं देखा था. 
इधर रिया अपनी आँखे बड़ी-बड़ी करके मेरी सौन्दर्य का पान कर रही थी.
मेरी नजरे उससे मिली तो वह प्यार से मुस्कुरा दी .
फिर रियाने एक पल में अपना भी टॉप निकल फेका. 

उसने टॉप के निचे कुछ भी नहीं पहना था . 


टॉप के निकलते ही उसके दो बड़े संतरे जैसे स्तन मेरी आँखों के सामने उछल पड़े.

मैं मंत्रमुग्ध सी उन दो संतरों को देखने लगी, मन ही मन मैं अपने और उसके स्तन की तुलना करने लगी . 
रिया की रंगत सावली है जबकि मैं गोरी चट्टी , 
दोस्तों मेरा रंग दूध में हल्का केसर मिक्स करने के बाद होता है वैसा है .
रिया के निप्पल जामुनी थे तो मेरे गुलाबी . 
लेकिन उसके स्तन मेरे स्तनोसे आकार में डेढ़ गुना थे.
मुझे इस तरह देखता पा कर रिया हस दी और बोली " मेरी जान माल पसंद आया की नहीं "
मैं बस शरमाकर मुस्कुराई.
रिया ने मेरा हाथ पकड़कर आपने स्तनों पर रखा और बोली 

"महक रानी ये सब तुम्हारे लिये है इसे चूमो " 

मैं तो जैसे हिप्नोटाइस हो चुकी थी मेरा सर अनायास ही उसकी छाती पर झुका .... 
और मेरे लरजते हुए होठोने उसके निप्पलस को छुआ.
रियाने एक लम्बी सिसकारी भरी, 

" स्स्स्सस्स्स्सSSSSS " 


और उसने मेरे सर को स्तानोके ऊपर दबाया . 

फिर तो मैं जैसे पागल हो गई, मैं उसके निप्पल को बारी बारी अपने मुह में लेकर जोरोसे चूसने लगी. 

जैसे मैं उन दो संतरों को पूरी तरह से खा जाना चाहती थी .

बिच बिच में मेरी दात उन कोमल स्तनों को लग जाते थे और रिया जोरो से सिसक उठती थी .
मैं एक स्तन को चूसती तो दुसरे स्तन को बेदर्दी से दबाती भी रहती , 
बिच में ही मैंने अपनी नजरे उठा कर रिया को देखा तो वो आँखे बंद करके सिसक रही थी 
तकरीबन १५ मिनिट तक चूसने के बाद उसने मुझे रोका. 
मेरा चेहरा ऐसा हुआ था के जैसे कोई बच्चे से उसका पसंदीदा खिलौना छीन लिया हो
मेरे रुकते ही रियाने मुझे धक्का दे कर बेड पर गिरा दिया और बाज की तरह मुझपर झपट पड़ी .
उसका पहेला हमला मेरे होंठोपर था इसबार उसने मेरे निचले होंठ को अपने होंठो के बिच ले कर चुसना शुरू किया 
मैंने अनायास ही अपना मुह खोलते हूए उसकी जीभ को आमंत्रित किया 
उसने भी मेरी बात रखते हूए अपनी जीभ को मेरे मुह में सरका दिया 
अबकी बार झटका खाने की बारी उसकी थी , 
मैंने उसकी जीभ को चूसने लगी. 
इस बिच हमारे हाथ एक दुसरे के स्तनों का मर्दन कर ही रही थे.
करीब ५ मिनिट तक हमारी जिभे लडती रही. 

फिर इस चुम्बन को तोड़ते हूए रिया मेरे स्तनों की और बढ़ चली .

पहले उसने मेरी ठोड़ी को चूमा फिर उसने मेरी गर्दन पर चुम्मोकी झड़ी लगा दी, 
जैसे ही उसकी नजर मेरे निप्पलस पर पड़ी उसने अपनी जीभ बाहर निकली और मेरे स्तनोपर एक लम्बा चटकारा लगाया. 
रोमांच के कारण तो मेरी जान ही निकलती लगी, रियाने मेरे स्तनों को ऐसे मुह में भरा जैसे वो उनको खा जाना चाहती हो . 
बिच बिच में वो मेरी स्तानोको बेदर्दी से काट रही थी .... 
उसके हर काटने के बाद एक अजीबसा मीठा दर्द उठता था. 
अचानक ही रिया थोड़ी नीची सरक गयी और उसने मेरी नाभि को चूमना, चूसना चालू किया. 
"स्स स्स स्स स्स रिया मेरी जान और करो स्स स्स स्स ...."
वह बिच में ही मेरे स्तनों पर हमला करती और बच मे ही मेरी नाभि पर ...... करीबन २० मिनिट बाद उसने मेरा एक लम्बा चुम्बन लिया और पूछा 
"क्यों मेरी जान मजा आया की नहीं "
मैं भी थोड़ी खुल गयी थी ..... 
मैंने बोला " हा मेरी रिया रानी बहोत मज़ा आया " 
यह मेरी जिंदगी का पहिला sex अनुभव था . 
सेक्स की रंगीन दुनिया में आज मैंने पहेला कदम रखा था .


[​IMG] 
समीझ' से बहार झाकते मेरे निप्पल

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