मैं थोडा रुक गयी मेरे हथोको एक अलगही ही
चिपचीप लग रही थी . मैंने रिया को पूछा की वो क्या है ... उसने मुझे समझाया की वो
जवानी का अमृत रस था ....
जो की प्यार करनेसे बढ़ता है. और जब हमारे शारीर से यह रस बह जाता है तो
हमें बहोत सुकून मिलता है. मैं उसकी योनी को सूंघने के लिए उसपर झुक गई ....... बड़ी ही मनमोहक खुशबू थी.... मैं थोडा और नजदीक गई तो मेरी नाक पर वो चिकनाई लग गई ......मैं बुरासा मुह बनकर दूर हो गई ......... रियाने मुझे रोका ...... और बोली " देख महक रानी ....... ये जवानी रस बहोत अनमोल
होता है ...... इसकी तुम्हे घिन नहीं आणि चाहिए ......मुझे पता है .... ये तुम्हारी पहली बारी है ...... इस लिए इसका इलाज भी
साथ लाई हूँ "फिर उसने उठ कर अपना बैग खोला ... और उसमेसे एक गुलाब जल की शीशी और एक नेपकिन निकला .और मुझे बताया की मैं उसकी योनी पर गुलाब जल डालू और फिर उसे अच्छी तरह
से पोछू ......मैंने वैसे ही किया..... रिया ने अपनी टाँगे खोल रखी थी.... मैंने थोडा गुलाब पानी उसकी योने पर छिड़का .......... हाथोसे मसला ........ और फिर नेपकिन से पोछने लगी.थोड़ी ही देर में रिया की योनी किसी नै नवेली दुल्हन के तरह चमकने लगी .अब रियाने मुझे उसकी योनी चाटने को कहा . लेकिन उसके पहले उसने मुझे कैसे
चाटते है ये भी बताया ....... उसने अपने हाथोसे अपनी चूत की पंखुड़िया अलग की और
जादुई दाने के दर्शन करा दिए ..... उसने बताया की वह जादुई दाना बहोत जादा सेंसिटिव
है....... जितना इससे खेलो उतना ही प्रेम रस बहार आएगा
.......मैं उसकी सूचनाओ नुसार अपने काम में जुट गई ........ मैंने पहले उसकी चूत रानीको चूमा, फिर अपनी जीभ को
पूरा बहार निकल के ... उसे चाटने लगी .......मैं लम्बे लम्बे चटकारे लगाने लगी थी ......रिया तो बस "उ.अ..आह.अ.उउआ.आह. स्स स्स स्स स्स स्स ....." कर
रही थी मैंने अब उसके दाने की ओर ध्यान दिया ....... उसका दाना मटर के दाने से
भी बड़ा ... फुला सा दिख रहा था मैंने उन्ग्लियोसे उसकी योनी की पंखुड़िया विलग
करते हुए ....उस जादुई दाने को छुआ ....... रिया एकदमसे उछल पड़ी "उई....अ.आ...क.…उ.उ.उ.ल..न्…हई…आह..... स्स स्स
स्स ......"मैंने फिरसे उसे निचे दबाया और उसके दाने को चूसने लगी........"हा......य........ अ ..... उ....उम्म........""स्स स्स स्स ..... म....ह .....क .... और
.... जोरो से चूस मेरी .... जान ..... उफ्फ........."चूसते हुए मैंने अचानक अपने दातोसे उसे हलके से काटा....."उई.... मा.. अ.आ...क
स्स.स्स..स्स.....हाय...."रिया अजीब अजीब आवाजे निकल रही थी .... मैंने अपनी एक ऊँगली उसकी योनी के
छेद में घुसा दी ... और घिसने लगी .......( मुझे ये सब रिया ने ही बताया था)
अचानक रिया का शरीर अकड़ने लगा ....... उसने मेरे मुह को अपनी दोनों
जन्घो के बिच जोरोसे दबाया ....... मेरी सांस अटक रही थी .... लेकिन मैंने काम जारी रखा .रिया ने एक जोर का झटका खाया ......" म...ह...क.... मैं........ आ.... यी
......आ...आ....स्स..स्स..स्स.."और उसकी चूत से रस की फुआर निकल पड़ी ....उसके रस से मेरा मुह भर गया.... थोडा सा रस मेरी जुबान को भी लगा ...... मुझे उसका टेस्ट भा गया ...... और मैं उसको चाटने लगी ......... रिया भी झटके मार रही थी .... मैंने ताकत लगाकर उसे नीची दबा रखा
था...... मैं पूरी जीभ निकाल कर उसे चाट रही थी ....धीरे धीरे .... रिया शांत हुई ..... उसकी जांघो की पकड़ दिली पड़
गई.......... मैंने सर उठा के उसकी आँखों में देखा ....वो मुस्कुरा रही थी .... उसने आंखोसे इशारा करके मुझे ऊपर आने को बोला
...... मैं थोडा ऊपर सरक गई ....... तो उसने मेरे चहरे को अपने हातोसे पकड़कर
चूमना चलू किया .......मेरे सारे चहरे पर उसका रस लगा था ... मेरे होटो पर भी उसका रस था .....
उसने मेरे होट और चेहरे से सारा रस चाट लिया .....करीबन १५ मिनिट बाद वो तूफान थम गया....अब इस से भी बड़ा तूफ़ान आने वाला था ..............
यह सुन
कर मैं खिलखिलाकर हस पड़ी.
सबेरे
वाले चैप्टर के बाद से मेरी शर्म कम और हिम्मत बढ़ गयी थी.रिया
नंगी ही मेरे इर्द गिर्द गोल गोल घुमते हुए मेरी तरफ देख रही थी.
मैंने
पूछा " क्या देख रही हो ..... इस तरह ?"
वो: " तेरी जवानी की का जायजा ले रही हूँ मेरी जान…”
और वो मेरे पीछे रुक गईउसने पिछेसे मुझे कस के पकड़ा .....उसके हाथ मेरी छातियो पे घुमने लगेउसने मेरी गर्दन पर अपनी गर्म साँसे छोड़ना शुरू किया ...... बिच बिच में वो मेरी कान की लौ को भी चुभलाने लगी ..... मैंने ऐसा सिर्फ मुविस में देखा था ..... लेकिन आज अनुभव कर रही थी . .... मेरे अंग अंग में जैसे बिजली दौड़ने लगी ...... सारे शारीर पर रोंए खड़े हो गए.मैंने भी अपनी बाहे उपर उठा कर उसके गले में डाल दी ...धीरे धीरे रिया मुझे चूमने लगी .....फिर उसने हौले हौले मुझे पलटाया ... ... अब हम एक दुसरे के सामने थे....उसने मेरे चहरे को हलके हलके सुंघा... मैं उसकी गर्म साँसे अपने पुरे चेहरेपर महसूस कर रही थी .......मुझसे रोका न गया .... मैंने अपने होटोको समर्पित करते हुए ... उसकी लबो पे मुहर लगा दीउसने भी मेरा पुरे दिलसे स्वागत करने हुए ...उन मस्तिके पैमानोको पीना चालु रखा ….
इस बिच उसकी हाथ पूरी मस्ती के साथ मेरे उरोजो से खेल रहे थे .......शायद वो मेरी जिंदगी का सबसे हसीन पल था .. ... ऐसा लग रहा था की की एक पल के लिए सब कुछ थम सा गया है....और हम दोनों कई जन्मोसे ऐसे ही.... एक दुसरे को किस कर रहे है ....बड़ी देर बाद रियाने किस तोड़ते हुए मेरी आँखों में झाँका .... .... मैंने शर्मा कर नजरे नीची कर ली ....रिया :"हाय रे मेरी प्यारी बन्नो.... "
उसने मेरी आँखों को धीमे से चूमा ....अब उसने मेरी टॉप को खोलना शुरू किया ..........
मैंने रिया को बताया ......." यार तुने इतनी तय्यारी की है .... इतनी सज
सवर के आयी है .... और मैंने नहाना तो दूर .... कपडे भी नहीं बदले...."रिया: "मेरी जान .... इतना दिल पे मत ले .... उल्टा मुझे
तो ख़ुशी है की . ... आज मैं
अपनी महक को उसके नेचरल रूप में ही पा लुंगी "मैं: " लेकिन
मैं नहाई भी नहीं .... तुने तो स्पेशल बाथ लिया है"रिया:"मेरी जान
फिर तो और मजा आएगा ...... तेरा पसीना मेरी महक की महक को और भी
जादा मदहोश कर देगा "अबतक मेरी टॉप निकल
चुकी थी ........रियाने मेर समीज को
भी निकाल दिया वो मेरे नग्न उरोजो
को चूमने.... चाटने लगी उसने मेरी एक निप्पल
को अपने मुह में लिया .... और अपनी जीभ उसके इर्द गिर्द घुमाने लगी .......इस हरकत से तो मैं
पूरी तरह मदहोश हो गयी.... मैंने महसूस किया की मेरी योनी से कुछ जारने लगा था .रियाने निप्पल को
छोड़ कर मेरी दाए उरोज को अपने दातो से काट लिया .." अ ...अ ...आ..उ..च.......स्स स्स स्स
......स्स स्स स्स .......हाय ...."मैंने शिकायत भरे
आवाज से कहा" मेरी जान लेगी क्या ..... इतना जोर से
काटा ...."रिया:जोरसे हँसते
हुए " आज तो मैं अपनी महक रानी को कच्चा खा जाउंगी "वो थोडा निचे झुकी
... और आपने जुबान से मेरी नाभि के इर्द गिर्द दायरे बनाने लगी ....... मैं उसके सर को
दबाते हुए सिसक ने लगी ....नाभि की चूमा चाटी
करते हुए रियाने मेरे पजामी के नाड़े को एक हल्का सा झटका दिया ......... और मेरी पजामी भरभराकर मेरी पैरो में
गिर पड़ी अब मैं सिर्फ पैंटी
में खड़ी थी ....
मुझे याद आया ... की सवेरे वाले एपिसोड के बाद ...मैंने कपडे
नहीं बदले थे .......
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